जातिवाद का हथियार है विष के समान,
अच्छे कार्य करने वाले की हमेशा करे मदद,
ऐसा सूरज जिसमें तेज ना हो
ऐसा चंद्रमा जिसमें शीतल ना हो
ऐसा समुद्र जिसमें लहरें ना हो
ऐसा नदी जिसमें प्रवाह ना हो
ऐसा पुरूष जिसमें पुरुषत्व ना हो
ये संभव नहीं हो सकता है
इसलिए हिन्दू और हिन्दुत्व को अलग-अलग करके बात करना केवल मूर्खता है।
आपको इस बात को याद रखना होगा कि हमारे देश में रहने वाले ही इस देश को बदनाम करने पर तुले हुए हैं। कहते हैं कि यदि आपका दुश्मन आंतरिक हो तो आपको अधिक सावधानी बरतने की ज़रूरत है। आपको ये हमेशा याद रखना होगा कि आज कल किस प्रकार से लगातार एक परिवार और पार्टी के नेता हिन्दुओं पर गलत टिप्पणी कर बयानबाज़ी कर रहा है और अपने देश को बदनाम कर रहा है, उसे अपने देश से कोई लेना देना नहीं है जो अपने देश में कम और बाहर ज़्यादा रहता हो वो देश का क्या भला सोचेगा। ऐसे लोगों का लक्ष्य केवल देश को बदनाम कर लोगों के मध्य आपसी मतभेद पैदा करना है।
उनकी राजनीति हिन्दूओ के बीच जातपात की दीवार बनाकर की जाती थी जो अब टूटने लगी है क्यों लोग इसके प्रति सजग हो रहें हैं, उन्हें इनके स्वार्थ और लालच का सच्चाई मालूम पड़ रहा है।
पिछले 70 वर्षों से ये हिन्दुओं में फूट डालकर ये राज करते रहे लेकिन अब इनका पर्दाफ़ाश हो चुका है लोग अब इनके झाँसे में नहीं आ रहे हैं और ये मूर्खता पूर्ण बयान देकर हिन्दू और हिन्दुत्व में विभेद दिखाने का प्रयास कर रहे हैं।
जिनके दादा कब्र में लेटे हैं
जिनकी दादी ने हिन्दू से शादी नहीं की
जिनके पिता ने हिन्दू से शादी नहीं की
जिनकी बहन ने हिन्दू से शादी नहीं की
वो Hindutva पर ज्ञान दे रहा हैं।
इसलिए ऐसे धोखेबाज़ों से जिसने देश को नाम बदलकर धोखा दिया है, सावधान रहें, मैं आपसे बस यही कहूँगा कि अब आप ये निर्णय अच्छे से ले सकते हैं कि आपके धर्म की रक्षा कौन सी पार्टी कर रही है.? किसके राज में आप अधिक सुरक्षित हैं.? और पहलें आपको जात पात में किसने लड़ाई करवाया.? “ये सही समय है इन्हें बेनक़ाब करने का अब हर हिन्दू को जात पात भुलाकर एक होना होगा क्योंकि राष्ट्र की रक्षा जात पात में नही एक साथ में होती है। हिन्दू और हिन्दुत्व उतना ही एक है जितना व्यक्ति और व्यक्तित्व है।”